मंज़िल का पता न हो तो सड़क ही घर हो जाती है || आचार्य प्रशांत (2019)
2019-11-25
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वीडियो जानकारी:
शब्दयोग सत्संग, विश्रांति शिविर
६ सितम्बर, २०१९
चंडीगढ़, पंजाब
प्रसंग:
अपने से बड़े लक्ष्य को कैसे चुनें?
देह भाव से मुक्ति कैसे संभव है?
हम देह भाव में क्यों फंसें हुए हैं?
संगीत: मिलिंद दाते